कभी दुनिया भर में अपनी प्रीमियम बाइक्स के लिए मशहूर KTM आज एक नए मोड़ पर खड़ी है। ऑस्ट्रिया की इस दिग्गज कंपनी को बचाने और मजबूत करने के लिए भारत की दिग्गज ऑटोमोबाइल कंपनी Bajaj Auto ने हाथ बढ़ाया। अब जब KTM का बहुमत शेयर Bajaj Auto के पास है, तो इसके भविष्य को लेकर सबसे अहम बातें खुद Rajiv Bajaj (CEO, Bajaj Auto) ने एक इंटरव्यू में साफ कर दी हैं।
उनकी बातों से ये साफ झलकता है कि आने वाले सालों में KTM का चेहरा बदलने वाला है — और इसमें एशिया, खासकर भारत, बड़ी भूमिका निभाने वाला है।
KTM के सामने सबसे बड़ी चुनौती
Rajiv Bajaj ने CNBC-TV18 को दिए इंटरव्यू में कहा कि KTM की सबसे बड़ी समस्या है ब्रांड का बिखराव और जटिल ऑपरेशन्स।
- कंपनी ने समय के साथ बहुत सारे सेगमेंट्स में पैर फैलाने की कोशिश की, जिससे ब्रांड की पहचान कमजोर हुई।
- साथ ही, बहुत सारे SKU (स्टॉक-कीपिंग यूनिट्स) होने से R&D से लेकर डीलर वर्कशॉप तक सब जटिल हो गया।

उनके मुताबिक, पहला कदम ब्रांड को दोबारा मजबूत करना है, और इसके लिए कंपनी को अपने कोर सेगमेंट पर वापस लौटना होगा।
“यूरोपीय मैन्युफैक्चरिंग खत्म हो चुकी है” – Rajiv Bajaj
Rajiv Bajaj का सबसे बड़ा और सीधा बयान यही रहा कि,
“यूरोप में मैन्युफैक्चरिंग अब प्रैक्टिकली डेड हो चुकी है।”
उन्होंने साफ कहा कि अब लागत कम करने के लिए KTM को एशिया पर फोकस करना होगा।
- उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि Triumph ने 15 साल पहले ही अपना प्रोडक्शन थाईलैंड शिफ्ट कर दिया था और आज हर Triumph मोटरसाइकिल वहीं से निकलती है (कुछ लिमिटेड मॉडल्स को छोड़कर)।
- इसी तरह, KTM भी अगर यूरोप से हटकर एशिया का रुख करे, तो प्रॉफिट और ब्रांड वैल्यू दोनों को बचाया जा सकता है।
भारत से बन रहा है मुनाफा
Rajiv Bajaj ने यह भी खुलासा किया कि भारत में बने और यहां से एक्सपोर्ट होने वाले KTM मॉडल्स पर कंपनी को 30% से ज्यादा EBITDA मार्जिन मिल रहा है।
इसकी वजह है:
- भारतीय सप्लाई चेन की मजबूती
- लोकल सप्लायर्स की क्वालिटी और कॉस्ट-इफिशिएंसी
यानी साफ है कि KTM की लाइफलाइन अब भारत और एशियाई बाजारों से जुड़ी हुई है।
आने वाले नए प्लान्स
- Rajiv Bajaj ने कहा कि KTM एक्सपोर्ट्स आने वाले समय में और भी ज्यादा बढ़ सकते हैं (बशर्ते ट्रेड पॉलिसीज में रुकावट न आए)।
- उन्होंने यह भी हिंट दिया कि एक नया ट्विन-सिलेंडर इंजन आने वाला है, जो अब तक के किसी भी Bajaj या Bajaj-बने KTM मॉडल से बड़ा होगा।
- वहीं, Triumph Tracker 400cc को भी इसी साल मार्केट में उतारने की तैयारी है।
नतीजा – KTM का भविष्य कहां जा रहा है?
अगर Rajiv Bajaj की रणनीति पर गौर करें तो साफ है कि आने वाले सालों में KTM की बड़ी हिस्सेदारी यूरोप से हटकर एशिया, खासकर भारत में शिफ्ट हो सकती है।
- एक तरफ ब्रांड को दोबारा मजबूत करने का प्लान है।
- दूसरी तरफ कॉस्ट कटिंग और प्रोडक्शन शिफ्टिंग पर जोर है।
यानी KTM का भविष्य अब एशिया की जमीन पर तय होने जा रहा है।
KTM के लिए यह दौर बदलाव और पुनर्जन्म का है। अगर ब्रांड को दोबारा अपनी ताकत दिखानी है, तो Rajiv Bajaj की रणनीति कारगर साबित हो सकती है। भारत और एशिया KTM के लिए सिर्फ बाजार नहीं, बल्कि अब उसकी जीवनरेखा बन चुके हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख उपलब्ध मीडिया रिपोर्ट्स और इंटरव्यू पर आधारित है। इसमें व्यक्त विचार संबंधित कंपनियों और अधिकारियों के हैं। dhanchakra.in इसकी स्वतंत्र पुष्टि नहीं करता।
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